सावन के पहले ही दिन सुल्तानगंज में उमड़ा कांवड़ियों का जनसैलाब, बोल -बम के नारों से गूंजा शहर
भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में आयोजित एक भव्य समारोह में राज्य के राजस्व व भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता एवं कृषि मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री कुमार सर्वजीत ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर सावन मेले का उद्घाटन किया। राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री मेहता ने कहा कि इस मेले में आनेवाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। साथ ही इस मेले को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे ने भी दो मााह के लिए सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव सुल्तानगंज स्टेशन पर करने की घोषणा की है।
साथ ही रक्सौल , पटना, गया, गोरखपुर , आसनसोल के लिए विशेष ट्रेन भागलपुर और जसीडीह के लिए चलाई गई है। जो सुल्तानगंज स्टेशन पर रुकेगी। मालदा रेलवे डिवीजन के डीआरएम विकास कुमार मेले के मद्देनजर स्वयं भागलपुर- सुल्तानगंज क्षेत्र का निरीक्षण करने आए थे।
वहीं मेला क्षेत्र में बिजली, पानी, सफाई और सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है। मेहता ने कहा कि सुल्तानगंज में ही गंगा उत्तर वाहिनी हैं। इसी वजह से यहां कांवड़ में जल भरना पवित्र माना जाता है। कांवड़ियों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मियों की चौबीस घंटे ड्यूटी लगाई गई है।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि मेले से जुडे़ कांवड़िया पथ पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह -जगह पर पंडाल, शौचालय, स्वास्थ्य शिविर के साथ- साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि सुल्तानगंज से झारखंड की सीमा तक श्रद्धालुओं के लिए कच्चे कांवड़िया मार्ग को सुगम बनाया गया है। सभी जगहों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। मौके पर बांका के सांसद गिरधारी यादव, विधायक पवन यादव, ललित नारायण मंडल, ललन पासवान, विधान पार्षद विजय कुमार सिंह व प्रमंडलीय आयुक्त दयानिधि पांडेय भी मौजूद थे।
इधर मेले के शुभारंभ के साथ ही रिमझिम बारिश के बीच देश और विदेश से कांवड़ियाें का सुल्तानगंज पहुंचना शुरू हो चुका है। इस दौरान सम्पूर्ण मेला क्षेत्र और कांवड़ मार्ग बोल- बम एवं हर- हर महादेव के जयघोष से गूंजने लगा है। चारों ओर भक्तिमय माहौल है।
सुल्तानगंज में देश- विदेश से आने वाले कांवड़िया उत्तर वाहनी गंगा का पवित्र जल कांवर में भरते हैं और यहां से करीब एक सौ पांच किमी नंगे पांव यात्रा करते हुए झारखंड के देवघर पहुंच कर बाबा बैद्यनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। इस यात्रा के दुर्गम होने के बावजूद श्रद्धालुओं के हौसले एवं भक्ति में कमी नहीं होती है। प्रतिदिन श्रद्धालुओं का सैलाब कांवड़िया मार्ग पर देखने को मिलता है। देवघर पहुंचकर श्रद्धालु वहां के 22 मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं।
इस बीच भागलपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार के अनुसार इस बार पूरे दो माह तक कांवड़ियाें की सुविधा के लिए सफाई, पानी, चिकित्सा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। मेला क्षेत्र और कांवड़िया मार्ग पर कांवड़ियाें के सैलाब के बीच सादे लिबास में पुलिस के जवान तैनात रहेंगे।
भीड़- भाड़ व संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी एवं सीमा सुरक्षा बल के जवानोंं की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं विभिन्न विभाग के कर्मचारी कांवड़ियाें के सुख-दुख में सहभागी बनेंगे। बहरहाल, सुल्तानगंज से बड़ी संख्या में कांवड़ियाें का जत्था उत्तर वाहिनी गंगा के पवित्र जल भरकर बोल- बम व हर- हर महादेव के जयघोष के साथ बाबा नगरी देवघर जा रहे हैं।