Manipur News: चलती रहीं हाई लेवल बैठकें, 2 महीने तक धूल फांकती रही रेप की FIR, अब पुलिस ने किया चौंकाने वाला दावा
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने और उनके साथ छेड़छाड़ का वीडियो सामने आने और शिकायत दर्ज होने के बीच 62 दिनों में FIR दो पुलिस स्टेशनों में धूल फांक रही है। इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार एफआईआर को संबंधित पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर करने में एक महीने से ज्यादा का समय लग गया क्योंकि पीड़ित अपने घरों से भाग गए थे और दूसरे जिले की पुलिस से संपर्क किया था।
वीडियो सामने आने और उनके इस्तीफे की मांग के एक दिन बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पुलिस कार्रवाई में देरी पर कहा कि हिंसा जारी रहने के बावजूद 6,000 से अधिक एफआईआर हुईं। वीडियो सामने आने पर पुलिस मामले की पहचान करने की कोशिश कर रही थी। जैसे ही हमारे पास वीडियो आया, हम दोषियों की पहचान कर तुरंत कार्रवाई की गई और हमने मुख्य अपराधी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
18 मई को एक पीड़िता के पति ने पुलिस में शिकायत की थी
घटना 4 मई को मणिपुर के थाउबल जिले में घटी जहां महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया, जिसके बाद 18 मई 2023 को एक पीड़िता के पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। फिर भी, बुधवार को वीडियो सामने आने के बाद ही वीडियो में दिख रहे चार लोग के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की और गिरफ्तार किया। चार में से एक आरोपी की पहचान 32 वर्षीय हुइरेम हेरोदास मेइतेई के रूप में की गई है, वहीं पुलिस ने अभी तक अन्य का नाम नहीं बताया है।
गृह मंत्री अमित शाह भी पहुंचे थे मणिपुर
इस मामले की जांच में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, पर राज्य में हिंसा पर चर्चा के लिए हाई-प्रोफाइल दौरों और उच्च-स्तरीय बैठकें जरूर जारी रहीं। 27 मई को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मनोज पांडे ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए राज्य का दौरा किया था। 29 मई को गृह मंत्री अमित शाह चार दिवसीय दौरे पर मणिपुर पहुंचे, इस दौरान कई दौर की सुरक्षा समीक्षा बैठकें हुईं। 4 जून को केंद्र सरकार ने गुवाहाटी हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश अजय लांबा की अध्यक्षता में एक जांच आयोग का गठन किया गया।
10 जून को, नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के प्रमुख और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इंफाल का दौरा किया और सीएम सिंह और अन्य हितधारकों से मुलाकात की। बाद में उन्होंने असम में कुकी हितधारकों से भी मुलाकात की। 24 जून को दिल्ली में शाह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक हुई। 26 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
सबूतों की कमी के कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकी
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह, डीजीपी राजीव सिंह से जब इंडियन एक्सप्रेस ने पूछा कि पुलिस को कार्रवाई करने में दो महीने से अधिक समय क्यों लगा, तो थाउबल के पुलिस अधीक्षक सचिदानंद ने कहा कि पुलिस सबूतों की कमी के कारण अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर सकी। उन्होंने कहा, "हमें कल ही वीडियो के बारे में पता चला। अब जब हमारे पास वीडियो के रूप में सबूत हैं, तो हम कार्रवाई कर रहे हैं और गिरफ्तारियां शुरू कर दी हैं।”