'...तो अमित शाह को बना दें प्रधानमंत्री', मणिपुर हिंसा मामले में छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंह देव ने की ये मांग
मणिपुर मुद्दे पर देशभर में बवाल मचा हुआ है। विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA ने इस मुद्दे पर सदन में पीएम मोदी के जवाब की मांग करते हुए बुधवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसे स्वीकार कर सभी दलों से बातचीत के बाद प्रस्ताव पर चर्चा की तारीख देने को कहा है। वहीं, दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने मांग की है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को देश का प्रधानमंत्री बना दिया जाए।
मणिपुर की स्थिति को लेकर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने बुधवार को कहा कि अगर पीएम मणिपुर घटना की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं, तो उन्हें गृह मंत्री अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाना चाहिए और शाह को देश को जवाब देना चाहिए।
अमित शाह को प्रधानमंत्री बना दें- टीएस सिंह देव
उपमुख्यमंत्री ने मणिपुर की घटना को बेहद संवेदनशील बताते हुए कहा कि कांग्रेस समेत विपक्ष इस मुद्दे पर गृह मंत्री के बजाय प्रधानमंत्री से जवाब चाहता है जैसा कि पहले भी हुआ है। मणिपुर मुद्दे पर चर्चा में सहयोग के लिए गृह मंत्री अमित शाह के विपक्ष को पत्र लिखे जाने के बाद छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम ने कहा कि कई लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। महिलाओं के साथ क्रूर और अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है और अगर कार्रवाई FIR होने के 77 दिन बाद शुरू की जाती है, तो जवाबदेह कौन है?
देश प्रधानमंत्री से जवाब चाहता है- छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री
टीएस सिंह देव ने कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह दोनों को इसके बारे में पता होगा, अगर पीएम मोदी जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं तो अमित शाह को प्रधानमंत्री बना दें। फिर अमित शाह जवाब दे सकते हैं। देव ने कहा कि देश प्रधानमंत्री से जवाब चाहता है और हर कोई मणिपुर की वास्तविक स्थिति जानना चाहता है। अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नेताओं को पत्र लिखकर मणिपुर के मुद्दे पर संसद में चर्चा के लिए सहयोग मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं देखा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर सहयोग नहीं कर रही है।
टीएस सिंह देव ने की मणिपुर के मुख्यमंत्री को पद से हटाने की मांग
टीएस सिंह देव ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को अपने पद से हट जाना चाहिए और अगर वह ऐसा नहीं चाहते हैं तो केंद्रीय नेतृत्व को उन्हें हटाने में संकोच नहीं करना चाहिए। उन्हें बहुत पहले ही हटा देना चाहिए था। डिप्टी सीएम ने कहा कि अगर बीरेन सिंह स्थिति को नियंत्रण में लाने में सक्षम नहीं हैं, तो उनके मुख्यमंत्री बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।